Contents
What Are 06 Personal Barriers? 06 व्यक्तिगत बाधाएं क्या हैं?
Personal Barriers व्यक्तिगत बाधाएंहमारे ख़ुद के लिए बनाए गए अवरोध या धारणायें (Obstructions / Interpretations) हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में हमारी उपलब्धियों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं या हमारे जीवन को सम्पूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। बाधाएं मनोवैज्ञानिक (Psychological) या भावनात्मक(Emotional) हो सकती हैं। बाधाओं पर काबू पाने से हमें व्यक्तिगत विकास (Personal Development), कैरियर की सफलता(Career Success) या पारस्परिक संबंधों (Interpersonal Relationships) में सुधार जैसे वांछित परिणाम प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
उदाहरण के लिए, कुछ ऐसी व्यक्तिगत बाधाएं (Personal Barriers) हैं जो हमारी संवाद करने की क्षमता (Ability to Communicate) में बाधा डालती हैं। जैसे सुनने का कौशल(Poor Listening Skills), सीमित शब्दावली (Limited Vocabulary), पूर्व अनुभवों के आधार पर ग़लत धारणायें (Misinterpretations Based on Prior Experiences), और संकीर्ण सोच (Narrow Thinking) इत्यादि।
यद्यपि हम सबको पता है कि शारीरिक रूप से स्वस्थ (Physically Fit) व्यक्ति का प्रभाव अच्छा पड़ता हैं, लेकिन बहुत से लोग अपने लिए व्यक्तिगत बाधाएं (Personal Barriers) पाल कर रखते हैं जो उन्हें स्वास्थ्य को ठीक रखने में बाधक होती हैं। उदाहरण के लिए, लोग बहाने बनाते हैं कि उनकी व्यस्त दिनचर्या में उनके पास व्यायाम के लिए पर्याप्त समय नहीं है। कुछ लोगों को व्यायाम असुविधाजनक लगता है और उनका मानना है कि उनके पास सुरक्षित सड़क, पार्क या स्टेडियम नहीं है जहाँ जाकर वे व्यायाम कर सकें। कई लोग जिन्होंने कई विकल्पों का पता नहीं लगाया है वे व्यायाम को उबाऊ या अप्रिय मानते हैं।
लोगों के व्यक्तिगत विकास(Personal Growth) में भी बाधाएँ होती हैं। ये बाधाएं आमतौर पर हमारे व्यक्तित्व पर निर्भर करती हैं। जो लोग पूर्णतावादी( Perfectionists) होते हैं, वे अक्सर आलोचना से डरते हैं। उन्हें चिंता होती है कि कहीं ग़लती न हो जाय। आशावादी. (Optimists) व्यक्ति वास्तविकता को अनदेखा करते हुए अक्सर दिवास्वप्नों और कल्पनाओं में जीते हैं। वे अक्सर कुछ ऐसा चाहते हैं, जो उन्हें दूसरों से अलग कर सके। संदेहवादी (Skeptics) दूसरों के बारे में इतना सोचते हैं कि ख़ुद पर कार्य करना बंद कर देते हैं। उन्हें अक्सर दूसरों पर संदेह होता है, जो रिश्तों को प्रभावित करता है। हालांकि वे दूसरों की आलोचना करते हैं, लेकिन उन्हें इस बात का डर रहता है कि उन्हें अस्वीकार न कर दिया जाय।
The Problem with Personal Barriers
व्यक्तिगत बाधाओं के साथ समस्या
जीवन में व्यक्तिगत बाधाएं (Personal Barriers) हमारी वृद्धि को रोकने, अवसाद को बढ़ाने या पारस्परिक संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की क्षमता रखती हैं। व्यक्तिगत बाधाएं आसानी से दूसरों द्वारा देखी या पहचानी नहीं जा सकती हैं। ये अक्सर अनिच्छा, उदासीनता, अवमानना या लोगों के साथ बात करने में हिचकिचाहट के रूप में सामने आती हैं। यदि जीवन में व्यक्तिगत बाधाओं को नियंत्रित न किया जाय तो व्यक्ति समाज में अलग-थलग पड़ सकता है और नई समस्यायें पैदा हो जाती हैं।
How Do Personal Barriers Arise?
व्यक्तिगत बाधाएं कैसे उत्पन्न होती हैं?
व्यक्तिगत वृद्धि और विकास में बाधायें हमारी आदतों और विश्वासों, हमारे मनोवैज्ञानिक कारणों या फिर जीवन में हुए दर्दनाक़ अनुभवों का प्रतिफल होती हैं। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आपके साथ कोई दुर्घटना हुई हो, या आप किसी और के बारे में जानते हैं जो इस तरह की दुर्घटना में मारा गया था। अन्य मानसिक बाधाएं भ्रम या ग़लत सूचना पर आधारित होती हैं – उदाहरण के लिए, कई लोग घर से निकलने के पहले मुहूर्त देखने या कोई पूजा या अनुष्ठान करने मे विश्वास रखते हैं।
जीवन की कुछ सामान्य व्यक्तिगत बाधाएँ (Personal Barriers) हैं:-
1. आयु बाधाएं(Age Barriers): जीवन के अनुभव और ज्ञान के कारण, विभिन्न पीढ़ियों के लोगों के बीच आयु एक बाधा हो सकती है। समाज में पीढ़ीगत मतभेद, और यह धारणा कि निश्चित उम्र के लोग कैसे व्यवहार कर सकते हैं या करना चाहिए, एक बहुत बड़ी बाधा के रूप में सामने आती है। |
2. आय बाधाएं (Income Barriers): यद्यपि आय असमानता अपने आप में कोई बाधा नहीं है, लेकिन हमारे पास “क्या है” और “क्या होना चाहिए” की धारणा जीवन में व्यक्तिगत बाधाओं को जन्म दे सकती है। जैसे दूसरों के बारे में ख़ुद से निर्णय लेकर अपनी राय बना लेना, लोगों से ईर्ष्या करना, दूसरों से अपनी तुलना करना और ग़लत प्रतिस्पर्धा (unhealthy competition) करना। |
3. परिवेश की बाधा (Background Barriers): विभिन्न परिवेश में पले लोगों के धारणाओं से संबंधित अवरोध हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, लोगों में अक्सर यह विश्वास होता है कि कोई व्यक्ति जो किसी निश्चित राजनीतिक दल से संबंधित है या जो देश के किसी विशेष क्षेत्र में रहता है, वह केवल एक ही तरीके से कार्य कर सकता है, व्यवहार कर सकता है और सोच सकता है – यह एक ऐसी अवधारणा है जो प्रभावी बातचीत के लिए अवरोध पैदा करती है। |
4. अनुभव सम्बंधी बाधाएं Experiential Barriers: हमारा जीवन हमारे अनुभवों के आधार पर बनता है। और अलग-अलग जीवन अनुभव वाले लोगों के बीच मतभेद हो सकते हैं जो बाधाओं का काम करते हैं। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति जिसने दुनिया की यात्रा की है, उस व्यक्ति की सांस्कृतिक विविधताओं के बारे में राय, उस व्यक्ति की तुलना में एकदम अलग होगी जिसने कभी अपने शहर से बाहर कदम भी नहीं रखा। और यही मतभेद उन दोनों के बीच वार्तालाप में एक बाधा उत्पन्न कर सकता है। |
5. नस्लीय बाधाएं Racial Barriers: विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के बीच अक्सर एक-दूसरे के प्रति पूर्वाग्रह, पूर्व धारणाओं और यहां तक कि परवरिश के आधार पर व्यक्तिगत बाधाएं होती हैं। रंग या जातीयता के पूर्वाग्रहों के कारण लोगों के बीच संपर्क बहुत ही सीमित होते हैं। |
6. धार्मिक बाधाएं Religious Barriers: लम्बे समय से विभिन्न धर्मों के बीच वैचारिक मतभेदों के कारण दुनियाभर में युद्ध, सांस्कृतिक और सामाजिक उथल-पुथल होते रहे हैं। इन धार्मिक मतभेदों और बाधाओं को दूर कर पाना मानसिक और भावनात्मक रूप से कठिन होता है, जो व्यक्तिगत विकास में बहुत बड़ी बाधा है। |
अबतक हमनें जिन बाधाओं की बात की उनमें से कई हमारी पूर्व-स्थापित धारणाओं और अवधारणाओं के कारण हमारी ख़ुद की बनाई हुई हैं। अब हम कुछ ऐसी बाधाओं की बात करेंगे जो समय के साथ हमारे अनुभवों से विकसित होती हैं।
भावनात्मक बाधाएं Emotional Barriers भावनात्मक बाधाएं समय के साथ विकसित हो सकती हैं, या हमारे कटु अनुभवों से प्रभावित हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, एक नई मां को एक भावनात्मक बाधा का सामना करना पड़ सकता है जब उसे अपने बच्चे को देखभाल के लिए किसी और के पास छोड़ना पड़ता है। लेकिन जब तक वो माँ नहीं बन गई तब तक उसे इस भावनात्मक अनुभव का सामना नहीं करना पड़ा था। एक आदमी जिसे एक बार व्यापार में अपने साथी से धोखा मिला होता है, जब किसी नये रिश्ते की बात आती है वह एक भावनात्मक बाधा विकसित कर सकता है, क्योंकि वह पहले ही धोखा खा चुका होता है।
मानसिक बाधाएँ Mental Barriers मानसिक बाधाएं ऐसी विचार प्रक्रियाएं होती हैं जो हमें सोचने पर मज़बूर करती हैं कि हम जो करना चाहते हैं या हमें जो करना चाहिये वो करने की क्षमता हमारे पास नहीं है। मानसिक बाधाएं वास्तविकता पर आधारित हो भी सकती हैं या नहीं भी। उदाहरण के लिए, कुछ लोग हवाई यात्रा करने से डरते हैं, और कुछ लोगों को घर से निकलने में डर लगता है कि कहीं कुछ बुरा न हो जाए।
संचार/संवाद की बाधाएं Communication Barriers
प्रभावी ढंग से और स्पष्ट रूप से संवाद करने की क्षमता विकसित कर कई अन्य प्रकार की व्यक्तिगत बाधाओं पर काबू पाया जा सकता है। Personal barriers of communication कई कारणों से पैदा हो सकती हैं जैसे- भाषा में अंतर, आपसी समझ की कमी या यहां तक कि आम संचार उपकरणों तक पहुंच या समझ न होना।
संचार की व्यक्तिगत बाधाओं के कारण
- ग़लत सूचनाएं/अफ़वाहें फैलती हैं।
- किसी स्थिति या निर्देश को गलत समझना या समझाना।
- समय पर ढंग से प्रासंगिक जानकारियां व्यक्त करने में असफलता।
संचार की व्यक्तिगत बाधाएं आमतौर पर व्यक्तिगत संबंधों, सामाजिक सम्बंधों और कार्यस्थल में समस्याओं को जन्म दे सकती हैं। इन बाधाओं में दोस्ती को पटरी से उतारने, काम में संघर्ष पैदा करने और यहां तक कि वैवाहिक और माता-पिता के साथ रिश्तों को नुकसान पहुंचाने तक की क्षमता होती है।
व्यक्तिगत बाधाओं को कैसे दूर किया जाए
How to Overcome Personal Barriers
यह समझना कि व्यक्तिगत बाधाएं क्या (Personal Barriers) हैं, वे कैसे प्रकट होती हैं, और जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की उनकी क्षमता क्या है, उन पर काबू पाने में पहला कदम है। हर कोई जीवन में बाधाओं को एक नकारात्मक चीज़ नहीं मानता है। कई लोग विभिन्न धार्मिक मान्यताओं को जीवन का एक अभिन्न हिस्सा मानते हैं, भले ही उसकी वज़ह से उन्हें नुक़सान उठाना पड़ा हो। यदि आपने अपने लिए अपनी बाधा को पहचान लिया, उससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को समझ लिया, तो अब आपको तय करना है कि आप क्या बदलाव करना चाहते हैं और फिर पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रयास करना है।
जीवन में कुछ बाधायें जैसे अवसाद, अंतर्विरोधी विश्वास और हानिकारक या विनाशकारी विचार, ऐसी होती हैं जिनके लिए चिकित्सक (Therapists), मनोवैज्ञानिक(Psychologists), मनोविश्लेषक (Psychoanalysts) या संज्ञानात्मक व्यवहार विशेषज्ञों (Cognitive Behavioral Specialists) जैसे प्रशिक्षित लोगों की सहायता की आवश्यकता होती है। इनके अलावा कई अन्य प्रशिक्षित मनोविशेषज्ञों की भी मदद ली जा सकती है जो कार्यस्थल पर प्रभावी संवाद की तकनीक़ सीखने में सहायता करते हैं साथ ही पारिवारिक संबंधों को सुधारने में भी मदद करते हैं।