सुमित अंतिल का जीवन परिचय,जैवलिन थ्रो,, टोक्यो पैरालंपिक-2020, स्वर्ण पदक, परिवार, उपलब्धियाँ [Sumit Antil, Tokyo Paralympics 2020, Biography in Hindi, Javelin Throw, Gold Medal, Final Ranking, Family, Achievements , etc.]
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सुमित अंतिल जीवन परिचय (Sumit Antil Biography in Hindi)
सुमित अंतिल एक भारतीय पैरालम्पियन और भाला फेंक (Javelin Throw) खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2020 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में पुरुषों की भाला फेंक (Javelin Throw) F64 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में 68.55 मीटर फेंक कर विश्व रिकॉर्ड बनाया।
जीवन परिचय(BIO)
नाम | सुमित अंतिल |
निक नाम | सुमित |
जन्म तिथि | 6 July 1998 |
जन्म स्थान | सोनीपत, हरियाणा |
राष्ट्रीयता | भारतीयता |
धर्म | हिन्दू |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
खेल | जैवलिन थ्रो (Javelin Throw) |
कोच | नवल सिंह, नितिन जायसवाल (प्रारम्भिक दिनों में) |
जन्म एवं प्रारंभिक जीवन (BIRTH AND EARLY LIFE)
सुमित अंतिल का जन्म 6 जुलाई 1998 को खेवड़ा, सोनीपत, हरियाणा, में जाट परिवार में हुआ था। 2015 में 17 साल की उम्र में एक मोटरबाइक दुर्घटना में उन्होंने घुटने के नीचे अपना बायां पैर खो दिया था। सुमित को पैरा चैंपियंस प्रोग्राम के माध्यम से गो स्पोर्ट्स फाउंडेशन (Go Sports Foundation) द्वारा सहयोग प्राप्त है। सुमित का पैरा एथलेटिक्स से परिचय एक अन्य पैरा एथलीट राजकुमार ने कराया था, जब वे दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से बी.कॉम कर रहे थे।
2017 में, सुमित ने दिल्ली में नितिन जायसवाल से प्रशिक्षण लेना शुरू किया, और तब से उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं मे शिरक़त करना शुरू कर दिया। सुमित ने बहुत पहले ही सिद्ध कर दिया था कि उनके पास भाला फेंक(Javelin Throw) में कुछ बड़ा करने का कौशल और क्षमता है। अपनी बहुत कम उम्र में ही विभिन्न आयोजनों में राष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छा प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उनकी प्रतिभा, कड़ी मेहनत और क्षमता को देखने के बाद, गोस्पोर्ट्स ने उन्हें 2019 में पैरा चैंपियंस कार्यक्रम में शामिल किया और तब से वह और बेहतर हुए हैं।
आजीविका (Career)
2019 में, इटली में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री(Grand Prix) में, उन्होंने इतिहास रच दिया, जब उन्होंने संयुक्त इवेंट में F64 श्रेणी में विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और रजत पदक हासिल किया।यह एक अविश्वसनीय उपलब्धि थी। उनके अब तक के करियर का शिखर तब आया जब उन्होंने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप(World Para Athletics Championships), दुबई, 2019, में रजत पदक जीता और F64 श्रेणी में अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया।
30 अगस्त 2021 को, सुमित अंतिल ने ग्रीष्मकालीन टोक्यो पैरालंपिक-2020 में F64श्रेणी में 68.55 मीटर भाला फेंक कर विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक( Gold Medal) जीता।
तथ्य(facts)
- सुमित अंतिल ने 68.55 मीटर के विश्व रिकॉर्ड के साथ पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता (F64) में स्वर्ण पदक जीता।
- अंतिल ने सोमवार 30/08/2021 को टोक्यो में फाइनल के दौरान एक बार नहीं, दो बार नहीं बल्कि तीन बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा।
- टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत की पदक दौड़ सुमित एंटिल के पुरुषों के भाला F64 में अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के साथ ज़ारी रही।
कोच एवं ट्रेनिंग (COACH TRAINING)
सुमित अंतिल के वर्तमान कोच नवल सिंह हैं। सुमित के स्वर्ण पदक जीतने के बाद उन्होंने कहा है कि ‘सुमित ने उनसे वादा किया था कि वह टोक्यो पैरालिंपिक से स्वर्ण पदक के साथ ही लौटेंगे और उसने कर दिखाया।’
सुमित अंतिल की जीत पर प्रधान मंत्री का संदेश (The PRIME MINISTER’S Message On The Victory Of SUMIT ANTIL)
30 अगस्त 2021 को स्वर्ण पदक जीतते ही सुमित अंतिल को बधाइयों के संदेश आने लगे।
इसी कड़ी में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल को फ़ोन करके उनकी सफलता पर बधाई दी और उनके खेल कौशल और ज़ज़्बे की प्रसंशा की। आज पूरे देश को सुमित की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर नाज़ है।
हमारा जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है। हमारी जीत इस बात पर निर्भर नहीं करती की हमारे पास कैसे पत्ते हैं, वरन हमारी जीत इस बात पर निर्भर होती है कि जो पत्ते हमारे हाँथ में हैं हम उन्हें कैसे खेलते हैं।
स्रोत– गूगल पर उपलब्ध विभिन्न स्रोतों से संग्रहित एवं सम्पादित।